Class 10th History chapter 1 यूरोप में राष्ट्रवाद notes in hindi
NCERT Class 10th History chapter 1 Urope me Rastravad (यूरोप में राष्ट्रवाद)
1. यूरोप में राष्ट्रवाद
कक्षा 10वीं के इतिहास के पहले अध्याय "यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय" से संबंधित प्रश्न और उत्तर इस प्रकार हैं:
प्रश्न 1: फ्रांसीसी क्रांति ने यूरोप में राष्ट्रवाद के विकास में कैसे योगदान दिया?
उत्तर:- फ्रांसीसी क्रांति (1789) ने यूरोप में राष्ट्रवाद के विचार को बढ़ावा दिया। इसने निम्नलिखित तरीकों से राष्ट्रवाद के विकास में योगदान दिया:
1.लोगों की संप्रभुता:- क्रांति ने "राष्ट्र की संप्रभुता" का विचार पेश किया, जिसमें सरकार के निर्णयों में जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण हो गई।
2.समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व:- क्रांति ने स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों को फैलाया, जिसने लोगों के बीच एकता और राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा दिया।
3.नए कानून:- क्रांति के बाद फ्रांस में कानून में सुधार किए गए, जिससे सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले, जो राष्ट्रवाद के विचार को मजबूत करता है।
4.नेपोलियन के युद्ध:- नेपोलियन ने यूरोप के विभिन्न हिस्सों में फ्रांसीसी क्रांति के विचारों को फैलाया। हालांकि उसने व्यक्तिगत रूप से सत्ता का दुरुपयोग किया, लेकिन उसने राष्ट्रवादी विचारों को यूरोप के अन्य हिस्सों में पहुँचाया।
प्रश्न 2: नेपोलियन ने फ्रांस और यूरोप के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रवाद को किस प्रकार से फैलाया?
उत्तर:- नेपोलियन ने विभिन्न सुधारों और युद्धों के माध्यम से राष्ट्रवाद को फैलाया:
1.प्रशासनिक सुधार:- नेपोलियन ने पूरे यूरोप में समान कानूनी और प्रशासनिक प्रणाली लागू की। इससे यूरोपीय देशों के लोगों में राष्ट्रीयता की भावना मजबूत हुई।
2.कोड नेपोलियन (Napoleonic Code):- यह एक नया नागरिक संहिता था जो व्यक्तिगत अधिकारों और समानता पर आधारित था। इसने लोगों को समान कानून और अधिकारों के महत्व को समझाया।
3.फ्रांस का विस्तार:- नेपोलियन ने अपने शासन को पूरे यूरोप में फैलाया, जिसने अन्य देशों के लोगों में अपनी स्वतंत्रता और राष्ट्रीयता की भावना को उभारने का काम किया।
4.फ्रांसीसी भाषा और संस्कृति का प्रसार:- नेपोलियन के शासन के तहत, फ्रांसीसी भाषा और संस्कृति का प्रसार हुआ, जिससे लोगों में एक राष्ट्रीय पहचान विकसित हुई।
प्रश्न 3: ज़ोलवेरिन क्या था, और उसने जर्मनी में एकीकरण की प्रक्रिया में कैसे सहायता की?
उत्तर:- ज़ोलवेरिन (Zollverein) एक कस्टम यूनियन था, जो 1834 में प्रशिया के नेतृत्व में स्थापित किया गया था। यह जर्मनी के अलग-अलग राज्यों के बीच व्यापार को सरल बनाने के उद्देश्य से बनाया गया था। इसने निम्नलिखित तरीकों से जर्मनी के एकीकरण में सहायता की:
1.आर्थिक एकता:- ज़ोलवेरिन ने जर्मनी के विभिन्न राज्यों के बीच आर्थिक अवरोधों को समाप्त किया और एक ही कस्टम दर लागू की, जिससे व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिला।
2.आर्थिक शक्ति:- ज़ोलवेरिन ने जर्मन राज्यों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया, जिससे राजनीतिक एकीकरण की आवश्यकता और भी स्पष्ट हुई।
3.राष्ट्रवाद का विकास:- ज़ोलवेरिन ने व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न राज्यों के लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ाया, जिससे राष्ट्रवाद की भावना का विकास हुआ।
प्रश्न 4: मैटरनिख ने "यूरोप का एक नक्शा नहीं बल्कि उनकी कब्रें बनाओ" क्यों कहा था?
उत्तर:- मैटरनिख, जो कि ऑस्ट्रिया के एक प्रभावशाली राजनेता थे, यूरोप में पुराने साम्राज्यों को बनाए रखना चाहते थे और राष्ट्रवाद और उदारवाद के विचारों के खिलाफ थे। उन्होंने "यूरोप का एक नक्शा नहीं बल्कि उनकी कब्रें बनाओ" इसलिए कहा, क्योंकि उन्हें डर था कि राष्ट्रवाद और उदारवाद के बढ़ते प्रभाव से पुराने साम्राज्य टूट जाएंगे और नए राष्ट्रीय राज्य बनेंगे। उनका मानना था कि ऐसा होने से यूरोप में शांति और स्थिरता समाप्त हो जाएगी और इसका परिणाम केवल विनाश होगा।
प्रश्न 5: इटली के एकीकरण में मैज़िनी की क्या भूमिका थी?
उत्तर:- ज्यूसेपे मैज़िनी एक प्रमुख इतालवी राष्ट्रवादी थे जिन्होंने इटली के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:
1.युवा इटली आंदोलन:- मैज़िनी ने 1831 में "युवा इटली" (Young Italy) नामक एक गुप्त संगठन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य स्वतंत्र, संयुक्त और गणतांत्रिक इटली की स्थापना करना था।
2.प्रेरणादायक नेता:- उन्होंने युवाओं को राष्ट्रवाद के विचार से प्रेरित किया और इटली को विभिन्न छोटे राज्यों में विभाजित करने के विरोध में एक संयुक्त इटली का सपना दिखाया।
3.राजनीतिक गतिविधियाँ:- मैज़िनी ने पूरे इटली में क्रांतिकारी गतिविधियों को संगठित किया और देश की स्वतंत्रता के लिए कई बार विद्रोह का नेतृत्व किया। हालांकि वे कई बार असफल रहे, लेकिन उन्होंने इटली में राष्ट्रवाद के विचार को मजबूती से स्थापित किया।
4.संवैधानिक आंदोलन:- मैज़िनी के विचार और प्रयासों ने इटली में संवैधानिक सरकार की मांग को बढ़ावा दिया, जो बाद में इटली के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक साबित हुआ।
प्रश्न 6: जर्मनी के एकीकरण में बीस्मार्क की क्या भूमिका थी?
उत्तर:- ऑटो वॉन बीस्मार्क, प्रशिया के प्रधानमंत्री, जर्मनी के एकीकरण में एक केंद्रीय व्यक्ति थे:
1.रक्त और लौह नीति:- बीस्मार्क ने "रक्त और लौह" (Blood and Iron) की नीति अपनाई, जिसका अर्थ था कि केवल कूटनीति और सैन्य शक्ति के माध्यम से ही जर्मनी का एकीकरण संभव है।
2.युद्ध और जीत:- बीस्मार्क ने तीन मुख्य युद्ध लड़े—डेनमार्क के खिलाफ (1864), ऑस्ट्रिया के खिलाफ (1866), और फ्रांस के खिलाफ (1870-71)—जो जर्मनी के विभिन्न राज्यों को एकजुट करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए।
3.प्रशिया का नेतृत्व:- बीस्मार्क ने प्रशिया को जर्मन एकीकरण का केंद्र बनाया और इसे जर्मन साम्राज्य का नेतृत्व करने वाला राज्य बना दिया।
4.राजनीतिक कुशलता:- बीस्मार्क ने कुशल कूटनीति और राजनीति का उपयोग करके जर्मनी के अन्य राज्यों को प्रशिया के साथ जोड़ने में सफलतापूर्वक भूमिका निभाई।
प्रश्न 7: "संस्कारित राष्ट्रवाद" (Romantic Nationalism) क्या है और यह कैसे यूरोप में राष्ट्रवाद के विकास से जुड़ा हुआ है?
उत्तर:- "संस्कारित राष्ट्रवाद" (Romantic Nationalism) एक प्रकार का राष्ट्रवाद था, जो 19वीं सदी में यूरोप में विकसित हुआ। इसके अंतर्गत लोग अपनी संस्कृति, परंपरा, भाषा, और इतिहास पर गर्व करना शुरू कर दिए।
1.संस्कृति का महत्त्व:- संस्कारित राष्ट्रवाद के तहत, लोग अपने राष्ट्रीय पहचान को अपनी भाषा, लोक संगीत, साहित्य, और इतिहास के माध्यम से व्यक्त करने लगे।
2.इतिहास की पुनः खोज:- इस आंदोलन के दौरान विभिन्न राष्ट्रों ने अपने अतीत के गौरवमय इतिहास को पुनः खोजा और उसे राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा बनाया। उदाहरण के लिए, जर्मनी और इटली में पुरानी भाषाओं और लोक कथाओं को संरक्षित और प्रचारित किया गया।
3.कला और साहित्य का योगदान:- कला और साहित्य के माध्यम से संस्कारित राष्ट्रवाद का प्रचार हुआ। कवियों, लेखकों, और कलाकारों ने राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने के लिए अपने कार्यों में राष्ट्रीयता के तत्वों को शामिल किया।
4.राजनीतिक आंदोलन:- संस्कारित राष्ट्रवाद ने लोगों को अपनी राष्ट्रीय पहचान के लिए लड़ने और राजनीतिक स्वतंत्रता की मांग करने के लिए प्रेरित किया। इस आंदोलन ने पूरे यूरोप में राष्ट्रवाद की लहर को और भी प्रबल किया।
प्रश्न 8: बहुराष्ट्रीय साम्राज्यों में राष्ट्रवाद कैसे एक चुनौती बना?
उत्तर:- बहुराष्ट्रीय साम्राज्य जैसे कि ऑस्ट्रिया-हंगरी, रूस, और ओटोमन साम्राज्य, विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों, और राष्ट्रीयताओं से बने थे। राष्ट्रवाद ने इन साम्राज्यों के लिए कई चुनौतियाँ उत्पन्न कीं:
1.राष्ट्रीयता की मांग:- विभिन्न राष्ट्रीय समूह अपने लिए अलग राज्य की मांग करने लगे, जिससे इन साम्राज्यों की एकता और स्थिरता खतरे में पड़ गई।
2.स्वायत्तता की मांग:- राष्ट्रवादी आंदोलन इन साम्राज्यों के विभिन्न हिस्सों में स्वायत्तता और स्वतंत्रता की मांग को तेज कर दिया, जिससे साम्राज्यों का विभाजन का खतरा पैदा हो गया।
3.साम्प्रदायिक संघर्ष:- राष्ट्रवाद ने विभिन्न राष्ट्रीय समूहों के बीच संघर्ष को बढ़ावा दिया, जिससे साम्राज्यों में साम्प्रदायिक हिंसा और विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो गई।
4.साम्राज्यों का विघटन:- अंततः, राष्ट्रवादी आंदोलनों के दबाव के कारण इन बहुराष्ट्रीय साम्राज्यों का विघटन हुआ, जैसे कि ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य का 1918 में समाप्त होना और विभिन्न स्वतंत्र राज्यों का गठन होना।
प्रश्न 9: "समाजवादी और उदारवादी राष्ट्रीय आंदोलन" क्या थे? इनके प्रमुख विचार क्या थे?
उत्तर:-समाजवादी और उदारवादी राष्ट्रीय आंदोलन** 19वीं सदी में यूरोप में विकसित हुए, जिन्होंने राष्ट्रवाद के साथ सामाजिक और राजनीतिक सुधारों की मांग की।
1.समाजवादी आंदोलन:-
- सामाजिक समानता:- समाजवादी आंदोलन ने समाज में आर्थिक और सामाजिक समानता की मांग की। उन्होंने मजदूरों और किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
-सामूहिक स्वामित्व:- समाजवादियों ने निजी संपत्ति के बजाय उत्पादन के साधनों के सामूहिक स्वामित्व की वकालत की, जिससे समाज में समानता आ सके।
-राजनीतिक परिवर्तन:- वे सरकार की भूमिका को बदलकर इसे जनता के प्रति अधिक जवाबदेह बनाने की मांग करते थे। समाजवादी विचारधारा ने कई देशों में राष्ट्रवादी आंदोलनों के साथ हाथ मिलाया।
2.उदारवादी आंदोलन:-
-स्वतंत्रता और समानता:- उदारवादी राष्ट्रीय आंदोलन का उद्देश्य व्यक्तिगत स्वतंत्रता, समानता, और कानून के समक्ष समान अधिकारों को बढ़ावा देना था।
-लोकतांत्रिक शासन:- उदारवादियों ने संवैधानिक शासन, नागरिक अधिकारों, और प्रतिनिधि सरकार की मांग की। वे निरंकुश राजशाही के खिलाफ थे।
-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता:-
उदारवादी विचारक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रेस की स्वतंत्रता, और अन्य मौलिक अधिकारों की रक्षा के समर्थक थे।
प्रश्न 10: वर्ष 1848 के विद्रोहों के प्रमुख कारण और परिणाम क्या थे?
उत्तर:- वर्ष 1848 के विद्रोह** को "यूरोप के वसंत" के नाम से भी जाना जाता है। ये विद्रोह पूरे यूरोप में फैले और इनके कई कारण और परिणाम थे:
1.कारण:-
-राजनीतिक दमन:- निरंकुश राजशाही और निरंकुश शासन ने जनता के राजनीतिक अधिकारों को दबा दिया था। इससे लोकतंत्र और स्वतंत्रता की मांग उठी।
-आर्थिक संकट:- यूरोप में बढ़ते हुए आर्थिक संकट, बढ़ती गरीबी, और बेरोजगारी ने जनता में असंतोष को बढ़ावा दिया।
-राष्ट्रीयता:- विभिन्न राष्ट्रीय समूहों ने अपने लिए स्वतंत्र राज्य की मांग की, जिससे राष्ट्रवादी विद्रोह हुए।
-सामाजिक असमानता:- सामंती व्यवस्था और वर्ग विभाजन के कारण सामाजिक असमानता बनी रही, जिससे समाज के निचले वर्गों में विद्रोह की भावना उत्पन्न हुई।
2.परिणाम:-
-राजनीतिक परिवर्तन:- कुछ देशों में विद्रोहों के बाद संवैधानिक सुधार किए गए, जैसे फ्रांस में द्वितीय गणराज्य की स्थापना।
-राष्ट्रीय एकता:- जर्मनी और इटली में राष्ट्रवादी आंदोलनों को बल मिला, जिसने बाद में उनके एकीकरण के प्रयासों को गति दी।
-राजनीतिक दमन:- कई विद्रोहों को क्रूरता से दबा दिया गया, जिससे निरंकुश शासकों ने फिर से सत्ता हासिल कर ली, लेकिन जनता में राजनीतिक चेतना बढ़ी।
-समाजवाद का उदय:- समाजवादी विचारधारा ने इन विद्रोहों के बाद और अधिक समर्थन प्राप्त किया, विशेषकर मजदूर वर्ग के बीच।
प्रश्न 11: क्रीमिया युद्ध (1853-1856) का यूरोप के राष्ट्रवादी आंदोलनों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:- क्रीमिया युद्ध (1853-1856) का यूरोप के राष्ट्रवादी आंदोलनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा:
1.सत्ताओं के संतुलन में बदलाव:- क्रीमिया युद्ध ने यूरोप की प्रमुख शक्तियों, विशेषकर रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, और ऑटोमन साम्राज्य के बीच सत्ता के संतुलन को प्रभावित किया। इससे विभिन्न राष्ट्रवादी आंदोलन अधिक सक्रिय हो गए।
2.रूस की कमजोरी:- रूस की इस युद्ध में हार ने उसकी शक्ति को कमजोर कर दिया, जिससे बाल्कन में स्थित राष्ट्रवादी आंदोलनों को बल मिला। रूस के कमजोर होने से पोलैंड, हंगरी, और अन्य स्थानों पर राष्ट्रवादी आंदोलन तेज हो गए।
3.ऑटोमन साम्राज्य का पतन:- क्रीमिया युद्ध ने ऑटोमन साम्राज्य की कमजोरी को उजागर किया, जिससे उसके अधीनस्थ क्षेत्रों में राष्ट्रवादी आंदोलनों को बढ़ावा मिला। विशेष रूप से बाल्कन के क्षेत्रों में राष्ट्रवाद तेजी से फैला।
4.यूरोप में शक्ति संतुलन का पुनर्निर्धारण:- क्रीमिया युद्ध के बाद यूरोप में शक्ति संतुलन में बदलाव आया, जिससे विभिन्न राष्ट्रवादी ताकतों को अपनी स्वतंत्रता और एकता के लिए संघर्ष करने का अवसर मिला।
प्रश्न 12: बाल्कन क्षेत्र में राष्ट्रवाद के कारण कौन-कौन से संघर्ष हुए?
उत्तर:- बाल्कन क्षेत्र में राष्ट्रवाद के कारण कई संघर्ष हुए, जो यूरोप में बड़े पैमाने पर युद्ध और अस्थिरता का कारण बने:
1.बाल्कन पाउडर केग:- बाल्कन क्षेत्र को "पाउडर केग ऑफ यूरोप" कहा जाता है, क्योंकि यहां विभिन्न राष्ट्रीयताएँ और जातीय समूह रहते थे, जिनके बीच हमेशा संघर्ष की स्थिति रही। राष्ट्रवाद ने इन संघर्षों को और भी भड़काया।
2.स्वतंत्रता की मांग:- सर्बिया, ग्रीस, बुल्गारिया, रोमानिया, और अन्य बाल्कन राज्यों ने ऑटोमन साम्राज्य के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। ये संघर्ष राष्ट्रवाद से प्रेरित थे और धीरे-धीरे पूरे यूरोप में फैल गए।
3.बाल्कन युद्ध (1912-1913):- राष्ट्रवादी संघर्षों के परिणामस्वरूप दो बाल्कन युद्ध हुए, जिनमें विभिन्न बाल्कन राज्यों ने ऑटोमन साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने क्षेत्रीय दावे प्रस्तुत किए।
4.प्रथम विश्व युद्ध का कारण:- बाल्कन में राष्ट्रवादी संघर्ष ने यूरोप की प्रमुख शक्तियों को भी इस क्षेत्र में हस्तक्षेप करने के लिए प्रेरित किया। ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या (1914) ने प्रथम विश्व युद्ध की चिंगारी को भड़काया, जो बाल्कन में राष्ट्रवादी संघर्षों का प्रत्यक्ष परिणाम था।
ये प्रश्न और उत्तर यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय और इसके विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेंगे।
यहाँ कक्षा 10वीं के इतिहास के अध्याय "यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय" से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs) और उनके उत्तर दिए गए हैं:
प्रश्न 1: फ्रांसीसी क्रांति कब शुरू हुई थी?
a) 1789
b) 1799
c) 1769
d) 1809
उत्तर:- a) 1789
प्रश्न 2: कोड नेपोलियन किस वर्ष लागू किया गया था?
a) 1804
b) 1815
c) 1801
d) 1799
उत्तर:- a) 1804
प्रश्न 3: "युवा इटली" संगठन की स्थापना किसने की थी?
a) ओटो वॉन बीस्मार्क
b) कैवूर
c) ग्यूसेपे मैज़िनी
d) गारिबल्डी
उत्तर:- c) ग्यूसेपे मैज़िनी
प्रश्न 4: ज़ोलवेरिन संघ का गठन किस वर्ष हुआ?
a) 1815
b) 1834
c) 1848
d) 1867
उत्तर:- b) 1834
प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किसने जर्मनी के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
a) नेपोलियन बोनापार्ट
b) मैज़िनी
c) बीस्मार्क
d) कैवूर
उत्तर:- c) बीस्मार्क
प्रश्न 6: "यूरोप का वसंत" किसे कहा जाता है?
a) 1815 के वियना कांग्रेस को
b) 1848 के विद्रोहों को
c) 1830 की फ्रांसीसी क्रांति को
d) 1871 के पेरिस कम्यून को
उत्तर:- b) 1848 के विद्रोहों को
प्रश्न 7: इटली का एकीकरण किस वर्ष पूरा हुआ था?
a) 1848
b) 1859
c) 1861
d) 1871
उत्तर:- c) 1861
प्रश्न 8: जर्मन साम्राज्य की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
a) 1866
b) 1871
c) 1879
d) 1885
उत्तर:- b) 1871
प्रश्न 9: नेपोलियन का अंत किस युद्ध के बाद हुआ?
a) वाटरलू का युद्ध
b) ऑस्ट्रेलिट्ज़ का युद्ध
c) ट्राफलगर का युद्ध
d) लाइपज़िग का युद्ध
उत्तर:- a) वाटरलू का युद्ध
प्रश्न 10: वियना कांग्रेस की अध्यक्षता किसने की थी?
a) नेपोलियन
b) मैटरनिख
c) बीस्मार्क
d) कैवूर
उत्तर:- b) मैटरनिख
प्रश्न 11: किस संधि ने ऑटोमन साम्राज्य को विभाजित किया?
a) संधि ऑफ वियना
b) संधि ऑफ बर्लिन
c) संधि ऑफ पेरिस
d) संधि ऑफ वर्साई
उत्तर:- b) संधि ऑफ बर्लिन
प्रश्न 12: निम्नलिखित में से किसे "यूरोप का पाउडर केग" कहा जाता था?
a) बाल्कन क्षेत्र
b) रूस
c) फ्रांस
d) ब्रिटेन
उत्तर:- a) बाल्कन क्षेत्र
प्रश्न 13: "रक्त और लौह" नीति किससे संबंधित है?
a) मैज़िनी
b) कैवूर
c) गारिबल्डी
d) बीस्मार्क
उत्तर:- d) बीस्मार्क
प्रश्न 14: निम्नलिखित में से कौन सा देश प्रथम विश्व युद्ध से पहले बाल्कन संघ का सदस्य नहीं था?
a) सर्बिया
b) ग्रीस
c) बुल्गारिया
d) हंगरी
उत्तर:- d) हंगरी
प्रश्न 15: रोम को इटली की राजधानी कब बनाया गया?
a) 1860
b) 1861
c) 1870
d) 1871
उत्तर:- d) 1871
प्रश्न 16: वियना कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य क्या था?
a) फ्रांस की शक्ति को बढ़ाना
b) यूरोप में पुराने राजवंशों की बहाली
c) नई राष्ट्रों की स्थापना
d) व्यापार को बढ़ावा देना
उत्तर:- b) यूरोप में पुराने राजवंशों की बहाली
प्रश्न 17: कौन सा व्यक्ति 'कसौटियाँ' (Young Germany) आंदोलन से संबंधित था?
a) मैटरनिख
b) हिटलर
c) बीस्मार्क
d) मैज़िनी
उत्तर:- c) बीस्मार्क
प्रश्न 18: निम्नलिखित में से कौन सा राज्य 19वीं सदी में जर्मनी का हिस्सा नहीं था?
a) बवेरिया
b) सैक्सनी
c) ऑस्ट्रिया
d) लक्समबर्ग
उत्तर:- c) ऑस्ट्रिया
प्रश्न 19: किसने कहा था, "यूरोप को वियना के फैसलों से बनना चाहिए"?
a) नेपोलियन
b) बीस्मार्क
c) मैटरनिख
d) गारिबल्डी
उत्तर:- c) मैटरनिख
प्रश्न 20: इटली का एकीकरण किसने पूरा किया था?
a) मैज़िनी
b) गारिबल्डी
c) कैवूर
d) विक्टर इमैनुएल II
उत्तर:- d) विक्टर इमैनुएल II
प्रश्न 21: जर्मन संघ (German Confederation) की स्थापना किस संधि के द्वारा की गई थी?
a) वियना की संधि
b) फ्रेंको-प्रशिया संधि
c) ऑस्ट्रो-प्रशिया संधि
d) बर्लिन की संधि
उत्तर:- a) वियना की संधि
प्रश्न 22: 19वीं सदी के यूरोप में राष्ट्रवाद की वृद्धि के लिए कौन सा तत्व सबसे महत्वपूर्ण था?
a) सामाजिक असमानता
b) आर्थिक मंदी
c) राजनैतिक दमन
d) सांस्कृतिक पुनर्जागरण
उत्तर:- d) सांस्कृतिक पुनर्जागरण
प्रश्न 23: 'दोनों सिसिलीज़ के राजा' को किसने हराया था?
a) कैवूर
b) गारिबल्डी
c) विक्टर इमैनुएल II
d) नेपोलियन III
उत्तर:- b) गारिबल्डी
प्रश्न 24: निम्नलिखित में से कौन सा देश 1848 के विद्रोहों से सबसे अधिक प्रभावित हुआ था?
a) फ्रांस
b) ब्रिटेन
c) रूस
d) स्पेन
उत्तर:- a) फ्रांस
प्रश्न 25: नेपोलियन के शासन के दौरान फ्रांस में किस प्रकार की शासन व्यवस्था स्थापित हुई?
a) गणराज्य
b) राजशाही
c) साम्राज्य
d) तानाशाही
उत्तर:- c) साम्राज्य
प्रश्न 26: निम्नलिखित में से किस देश ने राष्ट्रवाद के कारण बाल्कन क्षेत्र में सबसे अधिक प्रभाव डाला?
a) जर्मनी
b) रूस
c) फ्रांस
d) ब्रिटेन
उत्तर:- b) रूस
प्रश्न 27: कैवूर के द्वारा स्थापित किया गया समाचार पत्र कौन सा था?
a) इलेनियन
b) यंग इटली
c) ट्रिब्यून
d) रीसॉर्गिमेंटो
उत्तर:- d) रीसॉर्गिमेंटो
प्रश्न 28: बाल्कन क्षेत्र के कौन से देश 1878 तक स्वतंत्र हो गए थे?
a) सर्बिया और ग्रीस
b) बुल्गारिया और मोंटेनेग्रो
c) रोमानिया और अल्बानिया
d) हंगरी और क्रोएशिया
उत्तर:- a) सर्बिया और ग्रीस
प्रश्न 29: किस संधि के तहत इटली को 'वेंशिया' का अधिकार मिला?
a) वियना की संधि
b) फ्रेंको-प्रशिया संधि
c) प्राग की संधि
d) ऑस्ट्रिया-प्रशिया संधि
उत्तर:- c) प्राग की संधि
प्रश्न 30: ग्रीस ने किस वर्ष ऑटोमन साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त की?
a) 1821
b) 1829
c) 1832
d) 1848
उत्तर: c) 1832
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